कुतः

कुतः का अर्थ क्या है?

कुतः एक संस्कृत अव्यय है। यह प्रश्नार्थक अव्यय है। इसका अर्थ इस प्रकार है –

  • कहाँ से

चूँकि कुतः एक प्रश्नार्थी अव्यय है, वाक्य के अन्त में प्रश्नचिह्न होता है।

जैसे कि –

कुतः इस अव्यय के उदाहरण

जलं कुतः पतति?

  • पानी कहाँ से गिरता है?

छात्राः कुतः विद्यालयं गच्छन्ति?

  • छात्र कहाँ से विद्यालये जाते हैं?

बालकः कुतः गच्छति?

  • बालक कहाँ से जाता है?

एषा नदी कुतः वहति?

  • यह नदी कहाँ से बहती है?

एताः नद्यः कुतः वहन्ति?

  • ये नदियाँ कहाँ से बहती हैं?

अलसस्य कुतो विद्या, अविद्यस्य कुतो धनम्।
अधनस्य कुतो मित्रम्, अमित्रस्य कुतः सुखम्॥

  • आलसी को कहाँ से (मिलेगी) विद्या, जिसके पास विद्या नहीं है उस को कहाँ से (मिलेगा) पैसा, निर्धन को कहाँ से (मिलेगा) मित्र, जिसके मित्र नहीं है उस को कहाँ से (मिलेगा) सुख।

स्थानवाचक अव्यय

कुतः यह एक स्थानवाचक अव्यय है। अन्य स्थानदर्शक अव्ययों के बारे में जानने के लिए इस जालसूत्र (लिंक) पर क्लिक कीजिए –

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प्रश्नार्थक अव्यय

कुतः यह एक स्थानवाचक अव्यय है। अन्य स्थानदर्शक अव्ययों के बारे में जानने के लिए इस जालसूत्र (लिंक) पर क्लिक कीजिए –

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