लकार प्रक्रिया के द्वारा धातु से क्रियापद बनाया जाता है। यूँ तो लकार दस प्रकार के होते हैं –
- लट्
- लिट्
- लुट्
- लृट्
- लेट्
- लोट्
- लङ्
- लिङ्
- लुङ्
- लृङ्
तथापि सामान्य भाषा में तथा शालेय परीक्षा हेतु पांच लकार पर्याप्त होते हैं –
- लट् – वर्तमान काल । बालकः पठति। बालक पढता है।
- लङ् – भूत काल। बालकः अपठत्। बालक ने पढ़ा।
- लृट् – भविष्यत् काल। बालकः पठिष्यति। बालक पढ़ेगा।
- लोट् – आज्ञार्थ। बालकः पठतु। बालक पढ़े।
- विधिलिङ् – विध्यर्थ। बालकः पठेत्। बालक को पढ़ना चाहिए।
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