संस्कृत भाषा में अलगाव (separation) दिखाने के लिए पंचमी विभक्ति का प्रयोग होता है। जिसे संस्कृत भाषा में अपादान कहते हैं। अर्थात् हिन्दी भाषा में जहाँ पर ‘से’ इस जिह्न का प्रयोग होता है, वहाँ संस्कृत भाषा में पञ्चमी विभक्ति का प्रयोग होता है। अंग्रेजी की बात करें तो अंग्रेजी के from इस शब्द के अर्थ में पंचमी विभक्ति का प्रयोग होता है। संस्कृत भाषा की दृष्टि से पंचमी विभक्ति का अध्ययन करने के लिए इस लेख को पढ़िए।
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पंचमी विभक्ति का अर्थ
पंचमी एक कारक विभक्ति है। जिसका कारक अर्थ होता है – अपादान। अब प्रश्न है कि –
अपादान किसे कहते हैं?
इस सूत्र में अपादान के बारे में हम समझ सकते हैं –
अष्टाध्यायी १।२।२४॥
इस सूत्र में तीन पद हैं – धृवम् अपाये अपादानम्। इन में से अपाय का अर्थ है अलगाव (Separation)। अर्थात् जो अलगाव होने पर धृव (स्थिर) रहता है, उसे अपादान कहते हैं। कुल मिला कर इस सूत्र का अर्थ है – जब अलगाव होता है, तो ऐसी अलगाव (Separation) की स्थिति में जो स्थिर रहता है, उसे अपादान कहते हैं।
चलिए अब हमें अपादान तो समझ गया। अब देखते हैं कि –
पंचमी विभक्ति किसे लगाते हैं?
महर्षि पाणिनि ने इस सूत्र के द्वारा बताया है कि पंचमी विभक्ति कहाँ होती है –
अष्टाध्यायी २।३।२८॥
अर्थात् – जिसे अपादान कहा जाएं, उसे संस्कृत भाषा में पंचमी विभक्ति लगती है।
पंचमी विभक्ति का उदाहरण
इस बात को एक उदाहरण से समझते हैं।
जैसे कि किसी पेड़ पर फल लगा है। और कालान्तर के बाद वह फल पक जाने के बाद पेड़ से गिरता है। यहाँ समझिए कि अलगाव किन दोनों में हुआ? – यहाँ अलगाव पेड़ और फल में हुआ। अब बताईए कि यहाँ अलगाव होने के बाद अपनी जगह पर धृव (स्थिर) कौन है? – यहाँ पेड़ और फल में अलगाव होने के बाद फल तो नीचे चला गया। लेकिन पेड़ अपने स्थान पर स्थिर है।
तो इसीलिए पेड अपनी जगह पर स्थिर होने के कारण यहाँ पेड़ की अपादान संज्ञा हुई। यानी यहाँ पेड़ अपादान है। और पेड़ को पंचमी विभक्ति लगाएंगे।
- English – Fruit falls from the tree.
- हिन्दी में – फल पेड़ से गिरता है।
- संस्कृतम् – फलं वृक्षात् पतति।
पंचमी विभक्ति के रूप
१ | २ | ३ | |
---|---|---|---|
अकारान्त | देवात् | देवाभ्याम् | देवेभ्यः |
देव से | दो देवों से | सभी देवों से | |
आकारान्त | लतायाः | लताभ्याम् | लताभ्यः |
लता से | दो लताओं से | सभी लताओं से | |
इकारान्त | मुनेः | मुनिभ्याम् | मुनिभ्यः |
मुनि से | दो मुनियों से | सभी मुनियों से | |
ईकारान्त | नद्याः | नदीभ्याम् | नदीभ्यः |
नदी से | दो नदियों से | सभी नदियों से |
पंचमी विभक्ति के उदाहरण
- बालक घर से विद्यालय जाता है।
बालकः गृहात् विद्यालयं गच्छति। - छात्र शिक्षक से ज्ञान प्राप्त करता है।
छात्रः शिक्षकात् ज्ञानं प्राप्नोति। - महिला कूएं से पानी लाती है।
महिला कूपात् जलम् आनयति। - पानी आकाश से बरसता है।
जलम् आकाशात् वर्षते। - सैनिक घोड़े से गिरता है।
सैनिकः अश्वात् पतति।