सप्तमी विभक्ति – संस्कृत

सप्तमी विभक्ति का कारक अर्थ अधिकरण होता है। अर्थात् संस्कृत भाषा में क्रिया जहाँ हो रही है वह स्थान दिखाने के लिए सप्तमी विभक्ति का प्रयोग करते हैं। यदि हिन्दी की बात करें, तो हिन्दी भाषा में जहाँ में अथवा पर इन शब्दों का प्रयोग होता है, वहां संस्कृत भाषा में सप्तमी विभक्ति का प्रयोग होता है। यदि अंग्रेजी की बात करें, तो अंग्रेजी में in, on, at, above इत्यादि शब्दों के अर्थों को व्यक्त करने के लिए संस्कृत भाषा में सप्तमी का प्रयोग होता है। सप्तमी विभक्ति के बारे में अच्छे से जानने के लिए इस लेख को पढ़िए –

सप्तमी विभक्ति का अर्थ

सप्तमी विभक्ति के हिन्दी प्रत्यय

  1. में
  2. पर

उदाहरण

  • बालक विद्यालय में पढ़ता है।
  • मनुष्य घर में रहता है।
  • बंदर पेड पर रहता है।

कुछ सामान्य शब्दों के सप्तमी विभक्ति के रूप

शब्दएक॰द्वि॰बहु
अकारान्त पुँल्लिंग   
देवदेवेदेवयोःदेवेषु
आकारान्त स्त्रीलिंग   
लतालतायाम्लतयोःलतासु
इकारान्त पुँल्लिंग   
मुनिमुनौमुन्योःमुनिषु
ईकारान्तु स्त्रीलिंग   
नदीनद्याम्नद्योःनदीषु
ऋकारान्त पुँल्लिंग   
पितृपितरिपित्रोःपितृषु

सप्तमी विभक्ति का वीडिओ – भाग १

सप्तमी विभक्ति – भाग 1 – एकवचन

सप्तमी विभक्ति के संस्कृत उदाहरण

अकारान्त पुंलिंग

अकारान्त पुँल्लिंग   
देवदेवेदेवयोःदेवेषु
  • बालक विद्यालय में पढ़ता है।
    बालकः विद्यालये पठति।
  • मनुष्य घर में रहता है।
    मनुष्यः गृहे निवसति।
  • भक्त मन्दिर में पूजा करता है।
    भक्तः मन्दिरे पूजयति।
  • माँ बालक पर प्रेम करती है।
    माता बालके स्निह्यति।
  • वानर पेड़ पर रहता है।
    वानरः वृक्षे निवसति।
  • सिंह जंगल में रहता है।
    सिंहः वने निवसति।
  • घोडा रास्ते पर गिरता है।
    अश्वः मार्गे पतति।

स्त्रीलिंग

आकारान्त स्त्रीलिंग   
लतालतायाम्लतयोःलतासु
  • बालक पाठशाला में पढ़ता है।
    बालकः पाठशालायां पठति।
  • बालक पाठशाला में है।
    बालकः पाठशालायाम् अस्ति।
  • लता पर फूल है।
    लतायां पुष्पम् अस्ति।
  • कविता में यमक है।
    कवितायां यमकः अस्ति।
  • वसुन्धरा पर लोग रहते हैं।
    वसुन्धरायां जनाः निवसन्ति।

ईकारान्त स्त्रीलिंग

ईकारान्तु स्त्रीलिंग   
नदीनद्याम्नद्योःनदीषु
  • पृथ्वी पर लोग रहते हैं।
    पृथ्व्यां जनाः निवसन्ति।
  • कलम में स्याही नहीं है।
    लेखन्यां मसी नास्ति।
  • बोतल में पानी है।
    कुप्यां जलम् अस्ति।

इकारान्त पुँल्लिंग

इकारान्त पुँल्लिंग   
मुनिमुनौमुन्योःमुनिषु
  • राजा मुनि पर विश्वास करता है।
    राजा मुनौ विश्वासं करोति।
  • भक्त हरि पर फूल बरसाता है।
    भक्तः हरौ पुष्पाणि वर्षयति।

सप्तमी विभक्ति द्विवचन

अकारान्त शब्द

देव – देवे देवयोः देवेषु

उदाहरण

  • मेरे (दोनों) हाथों पर फूल है।
    मम हस्तयोः पुष्पम् अस्ति।
  • बालक के (दोनों) पैरों में चप्पल है।
    बालकस्य चरणयोः पादरक्षा अस्ति।
  • पार्वती (दोनों) पुत्रों पर प्रेम करती है।
    पार्वती पुत्रयोः प्रेम करोति।
  • सारथि (दोनों) घोड़ों पर प्रहार करता है।
    सारथिः अश्वयोः प्राहारं करोति।
  • मेरे (दो) आँखों पर चश्मा नहीं है।
    मम नेत्रयोः उपनेत्रं नास्ति।
  • बालिका के कानों में कुंडल हैं।
    बालिकायाः कर्णयोः कुण्डले स्तः।
  • मेरे कन्धों पर बोझ है।
    मम स्कन्धयोः भारः अस्ति।

आकारान्त स्त्रीलिंग शब्द

लता – लतायाम्, लतयोः, लतासु

उदाहरण

  • माता दोनों बेटियों पर प्रेम करती है।
    माता बालिकयोः प्रेम करोति।
  • (दोनों) लताओं पर फूल हैं।
    लतयोः पुष्पाणि सन्ति।

ईकारान्त स्त्रीलिंग शब्द

नदी – नद्याम्, नद्योः, नदीषु

उदाहरण

  • दोनों उंगलियों में अंगूठियाँ हैं।
    अङ्गुल्योः अङ्गुलीयकानि सन्ति।
  • दोनों बोतलों में पानी है।
    कुप्योः जलम् अस्ति।
  • भक्त दोनों देवियों पर फूल चढ़ाता है।
    भक्तः देव्योः पुष्पाणि अर्पयति।

सप्तमी विभक्ति – एकवचन, द्विवचन और बहुवचन का अभ्यास

अकारान्त शब्द – देव

देवे – देवयोः – देवेषु

  • भक्त देव पर प्रेम करता है।
    भक्तः देवे प्रेम करोति।
  • भक्त (दो) देवों पर प्रेम करता है।
    भक्तः देवयोः प्रेम करोति।
  • भक्त (सभी) देवों पर प्रेम करता है।
    भक्तः देवेषु प्रेम करोति।
  • पर्वत पर देवालय हैं।
    पर्वते देवालयाः सन्ति ।
  • (दो) पर्वतों पर देवालय हैं।
    पर्वतयोः देवालयाः सन्ति।
  • (बहुत सारे) पर्वतों पर देवालय हैं।
    पर्वतेषु देवालयाः सन्ति।
  • पेड पर बन्दर हैं।
    वृक्षे वानाराः सन्ति।
  • (दो) पेडो पर बन्दर हैं।
    वृक्षयोः वानराः सन्ति।
  • (सभी) पेड़ो पर बंदर हैं।
    वृक्षेषु वानराः सन्ति।

आकारन्त स्त्रीलिंग – माला

मालायाम् – मालयोः – मालासु

  • माला में कमल के फूल हैं।
    मालायां कमलपुष्पाणि सन्ति।
  • (दो) मालाओं में कमल के फूल हैं।
    मालयोः कमलपुष्पाणि सन्ति।
  • (सभी) मालाओं में कमल के फूल हैं।
    मालासु कमलपुष्पाणि सन्ति।

  • छात्र पाठशाला में पढ़ते हैं।
    छात्राः पाठशालायां पठन्ति।
  • छात्र (दो) पाठशालाओं में पढ़ते हैं।
    छात्राः पाठशालयोः पठन्ति।
  • छात्र (सभी) पाठशालाओं में पढ़ते हैं।
    छात्राः पाठशालासु पठन्ति।

ईकारान्त स्त्रीलिंग – नदी

नद्याम् – नद्योः – नदीषु

  • नदी में नौकाएं तैरती हैं।
    नद्यां नौकाः तरन्ति।
  • (दो) नदियों में नौकाएं तैरती हैं।
    नद्योः नौकाः तरन्ति।
  • (सभी) नदियों में नौकाएं तैरती हैं।
    नदीषु नौकाः तरन्ति।
  • शीशी में पानी है।
    कुप्यां जलम् अस्ति।
  • (दो) शीशियों में पानी है।
    कुप्योः जलम् अस्ति।
  • (सभी) शीशियों में पानी है।
    कुपीषु जलम् अस्ति।

Leave a Comment