गच्छत् शब्द रूप

गच्छत् शब्द का अर्थ

गच्छत् का अर्थ है –

जो जा रहा है अथवा जानेवाला।

गच्छत् एक शत्रन्त शब्द है। अर्थात् शतृ जिसके अन्त मैं है वह शत्रन्त (शतृ + अन्त – शत्रन्त)। शतृ प्रत्यय किसी भी धातु को लगाकर शत्रन्त बानाने का तरीका जानने के लिए हमने यह लेख लिखा है – शतृ प्रत्यय (सरल अध्ययन) इस लेख को पढ़िए। इस लेख की लिंक यहाँ है –

https://kakshakaumudi.in/प्रत्यय/कृदन्त/शतृ-शानच्/शतृ-प्रत्यय-सरल-अध्ययन/

और गच्छत् इस शब्द के रूपों का अभ्यास करने के लिए इस लेख को पढ़ना जारी रखिए।

गच्छत् शब्द के रूप

चूँकि शत्रन्त एक विशेषण होता है, इसीलिए यहाँ हम इस लेख में गच्छत् इस शत्रन्त शब्द के तीनों लिंगों में रूपों का अभ्यास करेंगे।

पुँल्लिंग में गच्छत् शब्द रूप

विभक्तिएक॰द्वि॰बहु॰
प्रथमागच्छन्गच्छन्तौगच्छन्तः
द्वितीयागच्छन्तम्गच्छन्तौगच्छतः
तृतीयागच्छतागच्छद्भ्याम्गच्छद्भिः
चतुर्थीगच्छतेगच्छद्भ्याम्गच्छद्भ्यः
पञ्चमीगच्छतःगच्छद्भ्याम्गच्छद्भ्यः
षष्ठीगच्छतःगच्छतोःगच्छताम्
सप्तमीगच्छतिगच्छतोःगच्छत्सु
सम्बोधनम्गच्छन्गच्छन्तौगच्छन्तः
गच्छत् शब्द रूप – पुँल्लिंग

स्त्रीलिंग में गच्छत् शब्द रूप

गच्छत् शब्द के स्त्रीलिंग रूप ङीप् प्रत्यय से बनते हैं। जो की एक ईकारान्त शब्द होता है। इसीलिए इसके स्त्रीलिंग में रूप नदी शब्द के समान होते हैं।

विभक्तिएक॰द्वि॰बहु॰
प्रथमागच्छन्तीगच्छन्त्यौगच्छन्त्यः
द्वितीयागच्छन्तीम्गच्छन्त्यौगच्छन्तीः
तृतीयागच्छन्त्यागच्छन्तीभ्याम्गच्छन्तीभिः
चतुर्थीगच्छन्त्यैगच्छन्तीभ्याम्गच्छन्तीभ्यः
पञ्चमीगच्छन्त्याःगच्छन्तीभ्याम्गच्छन्तीभ्यः
षष्ठीगच्छन्त्याःगच्छन्त्योःगच्छन्तीनाम्
सप्तमीगच्छन्त्याम्गच्छन्त्योःगच्छन्तीषु
सम्बोधनम्गच्छन्तिगच्छन्त्यौगच्छन्त्यः
गच्छत् शब्द रूप – स्त्रीलिंग

नपुंसकलिंग में गच्छत् शब्द रूप

जैसे कि आप जानते ही हैं कि नपुंसकलिंग में तृतीया से सप्तमी तक के रूप पुँल्लिंग के समान ही होते हैं। तथापि हमने यहाँ पूर्ण तालिका दी है।

विभक्तिएक॰द्वि॰बहु॰
प्रथमागच्छत्गच्छतीगच्छन्ति
द्वितीयागच्छत्गच्छतीगच्छन्ति
तृतीयागच्छतागच्छद्भ्याम्गच्छद्भिः
चतुर्थीगच्छतेगच्छद्भ्याम्गच्छद्भ्यः
पञ्चमीगच्छतःगच्छद्भ्याम्गच्छद्भ्यः
षष्ठीगच्छतःगच्छतोःगच्छताम्
सप्तमीगच्छतिगच्छतोःगच्छत्सु
सम्बोधनम्गच्छत्गच्छतीगच्छन्ति
गच्छत् शब्द रूप – नपुंसकलिंग

गच्छत् शब्द बालक के रूपों का वाक्यों में प्रयोग

जैसे कि हमने पहले ही देखा है कि गच्छत् का अर्थ होता है – जो जा रहा है अथवा जानेवाला

चूँकि यह एक विशेषण है, अतः बालक के विशेषण के रूप में ही हम इसके अर्थ को देखते हैं। हालांकि इसका स्वतन्त्र रूप से भी प्रयोग हो सकता है।

प्रथमा

  1. गच्छन् बालकः अभ्यासं करोति।
    जो जा रहा है वह बालक अभ्यास करता है।
  2. गच्छन्तौ बालकौ अभ्यासं कुरुतः।
    जो जा रहे हैं वे दो बालकौ अभ्यास करते हैं।
  3. गच्छन्तः बालकाः अभ्यासं कुर्वन्ति।
    जो जा रहे हैं वे बहुत सारे बालक अभ्यास करते हैं।

द्वितीया

  1. शिक्षकः गच्छन्तं बालकं पाठयति।
    शिक्षक जो जा रहा है उस बालक को पढ़ाता है।
  2. शिक्षकः गच्छन्तौ बालकौ पाठयति।
    शिक्षक जो जा रहे हैं उन (दो) बालकों को पढ़ाता है।
  3. शिक्षकः गच्छतः बालकान् पाठयति।
    शिक्षक जो जा रहे है उन बालकों को पढ़ाता है।

तृतीया

  1. गच्छता बालकेन अभ्यासः क्रियते।
    जो जा रहा है उस बालक के द्वारा अभ्यास किया जाता है।
  2. गच्छद्भ्यां बालकभ्यां अभ्यासः क्रियते।
    जो जा रहे हैं उन (दो) बालकों के द्वारा अभ्यास किया जाता है।
  3. गच्छद्भिः बालकैः अभ्यासः क्रियते।
    जो जा रहे हैं उन बालकों के द्वारा अभ्यास किया जाता है।

चतुर्थी

  1. शिक्षकः गच्छते बालकाय पुस्तकं ददाति।
    शिक्षक जो जा रहा है उस बालक को पुस्तक देता है।
  2. शिक्षकः गच्छद्भ्यां बालकभ्यां पुस्तकं ददाति।
    शिक्षक जो जा रहे हैं उन दो बालकों को पुस्तक देता है।
  3. शिक्षकः गच्छद्भ्यः बालकेभ्यः पुस्तकं ददाति।
    शिक्षक जो जा रहे हैं उन बहुत सारे बालकों को पुस्तक देता है।

पञ्चमी

  1. शिक्षकः गच्छतः बालकात् पुस्तकं गृह्णाति।
    शिक्षक जो जा रहा है उस बालक से पुस्तक लेता है।
  2. शिक्षकः गच्छद्भ्यां बालकाभ्यां पुस्तकं गृह्णाति।
    शिक्षक जो जा रहे हैं उन दो बालकों से पुस्तक लेता है।
  3. शिक्षकः गच्छद्भ्यः बालकेभ्यः पुस्तकं गृह्णाति।
    शिक्षक जो जा रहे हैं उन बहुत सारे बालकों से पुस्तक लेता है।

षष्ठी

  1. एतत् गच्छतः बालकस्य गृहम् अस्ति।
    यह जो जा रहा है उस बालक का घर है।
  2. एतत् गच्छतोः बालकयोः गृहम् अस्ति।
    यह जो जा रहे हैं उन दो बालकों का घर है।
  3. एतत् गच्छतां बालकानां गृहम् अस्ति।
    यह जो जा रहे हैं उन बहुत सारे बालकों का घर है।

सप्तमी

  1. शिक्षकः गच्छति बालके विश्वसिति।
    शिक्षक जो जा रहा है उस बालक पर विश्वास करता है।
  2. शिक्षकः गच्छतोः बालकयोः विश्वसिति।
    शिक्षक जो जा रहे हैं उन दोनों बालकों पर विश्वास करता है।
  3. शिक्षकः गच्छत्सु बालकेषु विश्वसिति।
    शिक्षक जो जा रहे हैं उन सभी बालकों पर विश्वास करता है।

संबोधनम्

  1. रे गच्छन् बालक! अभ्यासं कुरु।
    रे जानेवाले बालक! अभ्यास कर।
  2. रे गच्छन्तौ बालकौ! अभ्यासं कुरुतम्।
    रे जानेवाले दोनों बालकों! अभ्यास करो।
  3. रे गच्छन्तः बालकाः! अभ्यासं कुरुत।
    रे जानेवाले बालकों! अभ्यास करो।

Leave a Comment