सखि शब्द का अर्थ
सखि इस शब्द की व्युत्पत्ति इस प्रकार है –
सह समानं ख्यायते इति
उपर्युक्त व्युत्पत्ति के अनुसार इसके अर्थ – मित्र, सहचर, साथी अथवा अंग्रेजी में – friend, companion, an associate ऐसे होते हैं।
सखि शब्द के रूप
| एकवचन | द्विवचन | बहुवचन | |
|---|---|---|---|
| प्रथमा | सखा | सखायौ | सखायः |
| द्वितीया | सखायम् | सखायौ | सखीन् |
| तृतीया | सख्या | सखिभ्याम् | सखिभिः |
| चतुर्थी | सख्ये | सखिभ्याम् | सखिभ्यः |
| पञ्चमी | सख्युः | सखिभ्याम् | सखिभ्यः |
| षष्ठी | सख्युः | सख्योः | सखीनाम् |
| सम्बोधन | सखे | सखायौ | सखायः |
सखि शब्द के वाक्य में प्रयोग
प्रथमा विभक्ति
- सखा खेलति।
मित्र खेलता है। - सखायौ खेलतः।
(दो) मित्र खेलते हैं। - सखायः खेलन्ति।
मित्र खेलते हैं।
द्वितीया विभक्ति
- बालकः सखायम् आह्वयति।
बालक मित्र को बुलाता है। - बालकः सखायौ आह्वयति।
बालक (दो) मित्रों को बुलाता है। - बालकः सखीन् अह्वयति।
बालक (बहुत सारे) मित्रो को बुलाता है।
तृतीया विभक्ति
- बालकः सख्या सह खेलति।
बालक मित्र के साथ खेलता है। - बालकः सखिभ्यां सह खेलति।
बालक (दो) मित्रों के साथ खेलता है। - बालकः सखिभिः सह खेलति।
बालक (बहुत सारे) मित्रों के साथ खेलता है।
चतुर्थी विभक्ति
- बालकः सख्ये फलं ददाति।
बालक मित्र को फल देता है। - बालकः सखिभ्यां फलं ददाति।
बालक (दो) मित्रों को फल देता है। - बालकः सभिभ्यः फलं ददाति।
बालक (बहुत सारे) मित्रों को फल देता है।
पञ्चमी विभक्ति
- बालकः सख्युः फलं स्वीकरोति।
बालक मित्र से फल लेता है। - बालकः सखिभ्यां फलं स्वीकरोति।
बालक (दो) मित्रों से फल लेता है। - बालकः सखिभ्यः फलं स्वीकरोति।
बालक (बहुत) मित्रों से फल लेता है।
षष्ठी विभक्ति
- बालकः सख्युः फलं खादति।
बालक मित्र का फल खाता है। - बालकः सख्योः फलं खादति।
बालक (दोनों) मित्रों का फल खाता है। - बालकः सखीनां फलं खादति।
बालक (बहुता सारे) मित्रों का फल खाता है।
सप्तमी विभक्ति
- बालकः सख्यौ विश्वसिति।
बालक मित्र पर विश्वास करता है। - बालकः सख्योः विश्वसिति।
बालक (दोनों) मित्रों पर विश्वास करता है। - बालकः सखिषु विश्वसिति।
बालक (बहुत सारे) मित्रों पर विश्वास करता है।
सम्बोधन प्रथमा विभक्ति
- हे सखे, आगच्छतु।
हे मित्र, आओ। - हे सखायौ, आगच्छताम्।
हे (दोनों) मित्रों, आओ। - हे सखायः, आगच्छन्तु।
हे मित्रों, आओ।