तद् यह शब्द एक सर्वनाम (Pronoun) है। जो कि किसी नाम की पुनरावृत्ति को टालने के लिए प्रयुक्त किया जाता है। तद् शब्द के तीनों लिंगो में वचन और विभक्ति के अनुसार अलग अलग रूप होते हैं।
तद् शब्द के रूप सामान्यतः अकारान्त – आकारान्त नामों जैसे ही होते हैं। जैसे –
तद् शब्द के रूप सामान्यतः अकारान्त – आकारान्त नामों जैसे ही होते हैं। जैसे –
- देवम् – तम्
- देवेन – तेन
- देवस्य – तस्य
- देवेषु – तेषु
किन्तु कुछ कुछ जगह पर भेद भी होते हैं। जैसे की –
- देवाः – ते
- देवात् – तस्मात्
- देवानाम् – तेषाम्
- देवे – तस्मिन्
यदि आपने देव, राम, माला, लता, फल, वन इत्यादि अकारान्त नामों को कण्ठस्थ कर लिया है, तो सर्वनामों का अभ्यास आप के लिए कठिन नहीं होगा। तथापि कुछ स्थानों पर सर्वनामों के रूप भिन्न होते हैं, उनका ख्याल रखना होगा।
१.
तद् – पुँल्लिङ्गरूपाणि
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एकवचनम्
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द्विवचनम्
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बहुवचनम्
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प्रथमा
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सः
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तौ
|
ते
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द्वितीया
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तम्
|
तौ
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तान्
|
तृतीया
|
तेन
|
ताभ्याम्
|
तैः
|
चतुर्थी
|
तस्मै
|
ताभ्याम्
|
तेभ्यः
|
पञ्चमी
|
तस्मात्
|
ताभ्याम्
|
तेभ्यः
|
षष्ठी
|
तस्य
|
तयोः
|
तेषाम्
|
सप्तमी
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तस्मिन्
|
तयोः
|
तेषु
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२.
तद् – स्त्रीलिङ्गरूपाणि
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एकवचनम्
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द्विवचनम्
|
बहुवचनम्
|
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प्रथमा
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सा
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ते
|
ताः
|
द्वितीया
|
ताम्
|
ते
|
ताः
|
तृतीया
|
तया
|
ताभ्याम्
|
ताभिः
|
चतुर्थी
|
तस्यै
|
ताभ्याम्
|
ताभ्यः
|
पञ्चमी
|
तस्याः
|
ताभ्याम्
|
ताभ्यः
|
षष्ठी
|
तस्याः
|
तयोः
|
तासाम्
|
सप्तमी
|
तस्याम्
|
तयोः
|
तासु
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३.
तद् – नपुंसकलिङ्गरूपाणि
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एकवचनम्
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द्विवचनम्
|
बहुवचनम्
|
|
प्रथमा
|
तत्
|
ते
|
तानि
|
द्वितीया
|
तत्
|
ते
|
तानि
|
तृतीया
|
तेन
|
ताभ्याम्
|
तैः
|
चतुर्थी
|
तस्मै
|
ताभ्याम्
|
तेभ्यः
|
पञ्चमी
|
तस्मात्
|
ताभ्याम्
|
तेभ्यः
|
षष्ठी
|
तस्य
|
तयोः
|
तेषाम्
|
सप्तमी
|
तस्मिन्
|
तयोः
|
तेषु
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अभ्यास तथा उदाहरण (पुँल्लिंग में।)
हिन्दी अर्थों के साथ –
तद् – पुँल्लिङ्गरूपाणि
|
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एकवचनम्
|
द्विवचनम्
|
बहुवचनम्
|
|
प्रथमा
|
सः
वह
|
तौ
वे दोनों
|
ते
वे सब
|
द्वितीया
|
तम्
उसे
|
तौ
उन दोनों को
|
तान्
उन सभी को
|
तृतीया
|
तेन
उस के द्वारा
|
ताभ्याम्
उन दोनों के द्वारा
|
तैः
उन सभी के द्वारा
|
चतुर्थी
|
तस्मै
उस के लिए
|
ताभ्याम्
उन दोनों के लिए
|
तेभ्यः
उन सभी के लिए
|
पञ्चमी
|
तस्मात्
उस से
|
ताभ्याम्
उन दोनों से
|
तेभ्यः
उन सभी से
|
षष्ठी
|
तस्य
उस का
|
तयोः
उन दोनों का
|
तेषाम्
उन सभी का
|
सप्तमी
|
तस्मिन्
उस में
|
तयोः
उन दोनों में
|
तेषु
उन सभी में
|
वाक्यों में प्रयोग
1. प्रथमा
1.1. सः छात्रः असि।
· वह छात्र है।
1.2. तौ छात्रौ स्तः।
· वे दोनों छात्र हैं।
1.3. ते छात्राः सन्ति।
· वे सब छात्र हैं।
2. द्वितीया
2.1. ईश्वरः तं पश्यति।
· ईश्वर उसे देखता है।
2.2. ईश्वरः तौ पश्यति।
· ईश्वरः उन दोनों को देखता है।
2.3. ईश्वरः तान् पश्यति।
· ईश्वर उन सब को देखता है।
3. तृतीया
3.1. तेन जलं पीयते।
· उस के द्वारा पानी पीया जाता है।
3.2. ताभ्यां जलं पीयते।
· उन दोनों के द्वारा पानी पीया जाता है।
3.3. तैः जलं पीयते।
· उन सभी के द्वारा पानी पीया जाता है।
4. चतुर्थी
4.1. गणेशः तस्मै पुस्तकं ददाति।
· गणेश उसे पुस्तक देता है।
4.2. गणेशः ताभ्यां पुस्तकं ददाति।
· गणेश उन दोनों को पुस्तक देता है।
4.3. गणेशः तेभ्यः पुस्तकं ददाति।
· गणेश उन सभी को पुस्तक देता है।
5. पञ्चमी
5.1. विश्वासः तस्मात् पुस्तकं स्वीकरोति।
· विश्वास उस से पुस्तक लेता है।
5.2. विश्वासः ताभ्यां पुस्तकं स्वीकरोति।
· विश्वास उन दोनों से पुस्तक लेता है।
5.3. विश्वासः तेभ्यः पुस्तकं स्वीकरोति।
· विश्वास उन सभी से पुस्तक लेता है।
6. षष्ठी
6.1. एतत् तस्य गृहम् अस्ति।
· यह उस का घर है।
6.2. एतत् तयोः गृहम् अस्ति।
· यह उन दोनों का घर है।
6.3. एतत् तेषां गृहम् अस्ति।
· यह उन सभी का घर है।
7. सप्तमी
7.1. देवदत्तः तस्मिन् विश्वसिति।
· देवदत्त उस पर विश्वास करता है।
7.2. देवदत्तः तयोः विश्वसिति।
· देवदत्त उन दोनों पर विश्वास करता है।
7.3. देवदत्तः तेषु विश्वसिति।
· देवदत्त उन सभी पर विश्वास करता है।
भवत् सर्वनाम के रूप एवं अर्थ एवं उदाहरण के साथ कृपया लिखे
धन्यवाद।
हम शीघ्र ही भवत् सर्वनाम के रूप भी कक्षा कौमुदी पर प्रकाशित कर रहे हैं।
Great stuff.
Could we the full form of यद् with sentences?
Yes
Yes we can