राजन् शब्द एक नकारान्त शब्द है। यह एक पुँल्लिंग का शब्द है।
नकारान्त किसे कहते हैं?
जिस शब्द के अन्त में न् यह ध्वनि होती है वह नकारान्त शब्द होता है।
अन्य नकारान्त शब्द
नकारान्त शब्द अनेक प्रकार के होते हैं। विभिन्न प्रत्यय लगकर अलग-अलग तरह के नकारान्त शब्द बनते हैं।
राजन् शब्द के सभी विभक्तियों में और तीनों वचनों में रूप
राजन् शब्द की तालिका। Table of Rajan Shabda Roop
विभक्ति | एक॰ | द्वि॰ | बहु॰ |
प्रथमा | राजा | राजानौ | राजानः |
द्वितीया | राजानम् | राजानौ | राज्ञः |
तृतीया | राज्ञा | राजभ्याम् | राजभिः |
चतुर्थी | राज्ञे | राजभ्याम् | राजभ्यः |
पञ्चमी | राज्ञः | राजभ्याम् | राजभ्यः |
षष्ठी | राज्ञः | राज्ञोः | राज्ञाम् |
सप्तमी | राज्ञि/राजनि | राज्ञोः | राजसु |
सम्बोधन | राजन् | राजानौ | राजानः |
राजन् शब्द को पर्याय Alternative for the word Rājan
बहुत सारे छात्रों को राजन् शब्द के रूप कठिन लगते हैं। इसीलिए वे राजन् शब्द से डरते हैं। ऐसी स्थिति में हम यह परामर्श देते हैं कि आप राजन् शब्द के समानार्थक शब्दों का प्रयोग करें। जैसे – नृप, भूप, नृपति, भूपति, नरपति, लोकपाल, महीपाल, महीपति इत्यादि।
राजन् शब्द के रूपों का वाक्य में प्रयोग Use of the word Rājan in sentences
प्रथमा विभक्ति
- राजा युद्ध करता है।
राजा युध्यति/युद्धं करोति। - दो राजा युद्ध करते हैं।
राजानौ युध्यतः/युद्धं कुरुतः। - सभी राजा युद्ध करते हैं।
राजानः युध्यन्ति/युद्धं कुर्वन्ति।
द्वितीया विभक्ति
- सैनिक राजा को प्रणाम करता है।
सैनिकः राजानं प्रणमति। - सैनिक दो राजाओं को प्रणाम करता है।
सैनिकः राजानौ प्रणमति - सैनक सभी राजाओं को प्रणाम करता है।
सैनिक राज्ञः प्रणमति।
तृतीया विभक्ति
- राजा के द्वारा युद्ध किया गया।
राज्ञा युद्धं कृतम्। - दो राजाओं के द्वारा युद्ध किया गया।
राजभ्यां युद्धं कृतम्। - सभी राजाओं के द्वारा युद्ध किया गया।
राजभिः युद्धं कृतम्।
चतुर्थी विभक्ति
- प्रजा राजा को आयकर देती है।
प्रजा राज्ञे आयकरं ददाति। - प्रजा दो राजाओं को आयकर देती है।
प्रजा राजभ्याम् आयकरं ददाति। - प्रजा सभी राजाओँ को आयकर देती है।
प्रजा राजभ्यः आयकरं ददाति।
पञ्चमी विभक्ति
- याचक राजा से दान लेता है।
याचकः राज्ञः दानं स्वीकरोति। - याचक दो राजाओं से दान लेता है।
याचकः राजभ्यां दानं स्वीकरोति। - याचक सभी राजाओं से दान लेता है।
याचकः राजभ्यः दानं स्वीकरोति।
षष्ठी विभक्ति
- राजा के पुत्र गुरुकुल जाते हैं।
राज्ञः पुत्राः गुरुकुलं गच्छन्ति। - दो राजाओं के पुत्र गुरुकुल जाते हैं।
राज्ञोः पुत्राः गुरुकुलं गच्छति। - सभी राजाओं के पुत्र गुरुकुल जाते हैं।
राज्ञां पुत्राः गुरुकुलं गच्छन्ति।
सप्तमी विभक्ति
- प्रजा राजा पर विश्वास करती है।
प्रजा राज्ञि/राजनि विश्वसिति। - प्रजा दो राजाओं पर विश्वास करती है।
प्रजा राज्ञोः विश्वसिति। - प्रजा सभी राजाओं पर विश्वास करती है।
प्रजा राजसु विश्विसित।
संबोधन
- हे राजन्, रक्षा करो।
हे राजन्, रक्षतु। - हे दोनों राजाओं, रक्षा करो।
हे राजानौ रक्षताम्। - हे सभी राजाओं, रक्षा करो।
हे राजानः, रक्षन्तु।