अव्ययीभाव समास में अनु का सूत्र
– (पूर्वपदम् + षष्ठी) पश्चात् / योग्यम्
अनु इस अव्यय के दो अर्थ होते हैं –
- पश्चात्
- योग्यम्।
अर्थात् अनु यह अव्यय पश्चात् अथवा योग्यम् इन दोनों अर्थों में इस्तेमाल किया जा सकता है। हम क्रमशः दोनों अर्थों के बारे में पढ़ेगे।
१. पश्चात् इस अर्थ में अनु का प्रयोग
पश्चात् इस शब्द का अर्थ होता है –
- …. के पीछे
- …. के बाद
उदाहरण
सैनिक रथ के पीछे जाते हैं।
- सैनिकाः रथस्य पश्चात् गच्छन्ति।
- रथस्य
पश्चात्
…. पश्चात् को हटाना।
- रथ
स्य
…. पूर्वपद की विभक्ति को हटाना।
- रथ
…. प्रातिपदिक की प्राप्ति।
- अनुरथ
…. अनु इस अव्यय को पूर्वपद के पूर्व में रख देना।
- अनुरथम्
…. अन्तिम समस्त पद को नपुं॰ एक॰ लगना।
- रथस्य
- सैनिकाः अनुरथं गच्छन्ति।
पुलिस चोर के पीछे भागता है।
- आरक्षकः चौरस्य पश्चात् धावति।
- चौरस्य पश्चात्
- चौरस्य
- चौर
- अनुचौर
- अनुचौरम्
- आरक्षकः अनुचौरं धावति।
अभ्यासः
अव्ययीभाव समास अनु का पश्चात् इस अर्थ में अभ्यास
- पुत्र के बाद माता भोजन करती है।
- पुत्रस्य पश्चात् माता भोजनं करोति।
- अनुपुत्रं माता भोजनं करोति।
- राम के पीछे सीता भी वन जाती है।
- रामस्य पश्चात् सीता अपि वनं गच्छति।
- अनुरामं सीता अपि वनं गच्छति।
- सूर्योदय के बाद अँधेरा भाग जाता है।
- सूर्योदयस्य पश्चात् अन्धःकारः पलायनं करोति।
- अनुसूर्योदयम् अन्धःकारः पलायनं करोति।
अजादि शब्द से अनु – अव्ययीभाव समास का अभ्यास
जिन शब्दों के आदि (शुरुआत) में अच् (यानी स्वर) होता है उस स्वर को अजादि (अथवा स्वरादि) शब्द कहते हैं।
ऐसे शब्दों का समास करते समय सन्धिकार्य करना पड़ता है।
अभ्यास के बाद ही छात्र उत्तीर्ण होता है।
- अभ्यासस्य पश्चात् एव छात्रः उत्तीर्णः भवति।
अनुअभ्यासम् एव छात्रः उत्तीर्णः भवति।… यह उत्तर गलत है। यहां सन्धिकार्य करना पड़ेगा।- अन्वभ्यासम् एव छात्रः उत्तीर्णः भवति। … यह उत्तर सही है।
यहां अनुअभ्यास से अन्वभ्यास कैसे हुआ? वैसे तो यह सन्धिप्रकरण का हिस्सा है। तथापि यहां जानकारी के लिए बता रहे हैं
अनुअभ्यासम्
- नु + अ
- न् + उ + अ … यण्
- न् + व् + अ
- अन्वभ्यासम्
कारोबार के बाद ही पैसा मिलता है।
- उद्योगस्य पश्चात् एव धनं लभते/प्राप्यते।
- अनुउद्योगम् एव धनं लभते।
- अनूद्योगम् एव धनं लभते।
यहाँ सन्धिप्रक्रिया कैसे हुई?
अनुउद्योगम्
- न् + उ + उ
- न् + ऊ
- नू
- अनूद्योगम्