इस सूत्र में हमें बताया है कि संहिता किसे कहते हैं। एक महत्त्वपूर्ण बात जिसे हमें ध्यान में रखना है कि संहिता को ही सन्धि कहते हैं।
अर्थात् परः सन्निकर्षः संहिता यह सूत्र हमें बताता है कि सन्धि किसे कहते हैं।
यानी इस सूत्र में सन्धि की परिभाषा बताई गई है।
सूत्र का शब्दार्थ
- परः – बहुत ज्यादा
- सन्निकर्षः – नजदीक आना
- संहिता – संहिता संज्ञक होता है।
इस शब्दार्थ के आधार पर हम जान सकते हैं कि –
संहिता अथवा सन्धि किसे कहते हैं?
(वर्णों) के बहुत ज्यादा नजदीक आने को संहिता (सन्धि) कहते हैं।
परः सन्निकर्षः संहिता इस सूत्र पर लघुसिद्धान्त कौमुदी
वर्णानामतिशयितः सन्निधिः संहितासंज्ञः स्यात्॥
– वरदराज (लघुसिद्धान्तकौमुदी)
पदच्छेद
वर्णानाम् अतिशयितः सन्निधिः संहिता-संज्ञः स्यात्।
शब्दार्थ
वर्णानाम् – वर्णों का, अतिशयितः – बहुत ज्यादा, सन्निधिः – सान्निध्य, नजदीक आना, संहिता-संज्ञः – संहिता संज्ञक स्यात् – होवे।