बहुत बारे छात्रों को समस्या होती है कि – देव शब्द की तृतीया एकवचन – देवेन ऐसा होता है। परन्तु राम शब्द का तृतीया एकवन – रामेण ऐसा होता है। क्यों? ज्ञा धातु का रूप जानाति बनता है। परन्तु – क्री धातु का रूप क्रीणाति ऐसा होता है। नख (नाखून) इस शब्द में न है। … Continue reading णत्व विधान
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