कारक

संस्कृत व्याकरण में कारक बहुत महत्त्वपूर्ण होते हैं। किसी वाक्य में प्रातिपदिकों की भूमिका हम कारक की मदद से पहचान सकते हैं। क्रिया के साथ अन्वय करनेवाले को कारक कहते हैं। यहाँ अन्वय इस शब्द का अर्थ संबंध ऐसा होता है।