प्रकृतिभाव सन्धि

प्रकृतिभाव सन्धि के सूत्र और उदाहरण – प्रकृतिभाव सन्धि का सूत्र – ईकारान्त पद + स्वर – प्रकृतिभाव ऊकारान्त पद + स्वर – प्रकृतिभाव एकारान्त पद + स्वर – प्रकृतिभाव प्रकृतिभाव सन्धि के उदाहरण उपर्युक्त तीनों सूत्रों के अनुसार हम प्रकृतिभाव सन्धि के क्रमशः तीन उदाहरण दे रहे हैं – हरी + आगच्छतः – हरी … Read more

पररूप सन्धि

पररूप सन्धि के सूत्र और उदाहरण – पररूप सन्धि के दो सूत्र हैं – अकारान्त उपसर्ग + ए – ए अकारान्त उपसर्ग + ओ – ओ पररूप सन्धि के उदाहरण उपर्युक्त दोनों सूत्रों के अनुसार हम पररूप सन्धि के क्रमशः दो उदाहरण दे रहे हैं – प्र + एजते – प्रेजते उप + ओषति – … Read more

पूर्वरूप सन्धि

पूर्वरूप सन्धि के सूत्र और उदाहरण – पूर्वरूप सन्धि के दो सूत्र हैं – पदान्त ए + अ – ए पदान्त ओ + अ – ओ पूर्वरूप करने के बाद संस्कृत लिखान की परम्परा के अनुसार अवग्रह (ऽ) भी लिखा जाता है। हालांकि यह अनिवार्य नहीं है। पूर्वरूप सन्धि के उदाहरण उपर्युक्त दोनों सूत्रों के … Read more

सवर्ण दीर्घ सन्धि

सन्धिप्रकरण में आप का स्वागत है। जब भी हिन्दी, मराठी, संस्कृत आदि भाषाओं में छात्रों को संधि पढाए जाते हैं, तो प्रायः सवर्ण दीर्घ सन्धि ही पढाते हैं। यूँ तो इस सन्धि का नाम सवर्णदीर्घ सन्धि है, तथापि बहुत बार इसे संक्षेप से केवल दीर्घ सन्धि इतना कह देने से काम चल जाता है। सवर्णदीर्घसन्धि … Read more

अयादि सन्धि

अयादि सन्धि का वीडिओ – यदि आप अयादि सन्धि को लिखित रूप में पढ़ना चाहते हैं, तो इस लेख को पढ़ते रहिए। अयादि संधि के सूत्र यदि पाणिनीय अष्टाध्यायी का अभ्यास करें तो महर्षि पाणिनी जी ने एचोऽयवायावः इस सूत्र से अयादि संधि को समझाया है। तथापि शालेय छात्रों की मदद के लिए हम यहाँ … Read more

यण् सन्धि

इस सन्धि में य्, र्, ल् और व् ये चार आदेश होते हैं। और इन चारों को संस्कृत व्याकरण में यण् कहते हैं। इसीलिए इस सन्धि को यण् सन्धि कहते हैं।