बहुव्रीहिः समासः। संस्कृतम्॥ Bahuvreehi Samas – Sanskrit

बहुव्रीहि समास १. समासकार्यम् बहुव्रीहि समास में हमें कुछ इस प्रकार के पद दिए जाते हैं जिनका हमें समास कार्य करना होता है। नीलः कण्ठः यस्य सः।– इन को ध्यान से देखा जाए तो इनका प्रारूप कुछ इस प्रकार का होता है। <पूर्वपद>  <उत्तरपद> <यत्> <तत्>– पूर्वोक्त उदाहरण में नीलः पूर्वपद है, कण्ठः उत्तरपद है, … Read more

फल तथा पुष्प शब्द के रूप – अकारान्त नपुंसकलिंग शब्द

यहाँ उदाहरण के लिए फल शब्द के रूप दिए जा रहे हैं। फल के समान वन, नयन, पुस्तक, पर्ण आदि शब्दों के रूप बनाए जा सकते हैं। फल शब्द के रूप फल अकारान्त नपुंसकलिंग जिन शब्दों में णत्व विधान कार्य करता है उन शब्दों के उदाहरण के लिए पुष्प शब्द के रूप दिए जा रहे हैं। इसी तरह से … Read more

णत्व विधान

बहुत बारे छात्रों को समस्या होती है कि – देव शब्द की तृतीया एकवचन – देवेन ऐसा होता है। परन्तु राम शब्द का तृतीया एकवन – रामेण  ऐसा होता है। क्यों? ज्ञा धातु का रूप  जानाति बनता है। परन्तु – क्री धातु का रूप क्रीणाति ऐसा होता है। नख (नाखून) इस शब्द में न है। … Read more

धातुरूपाणि

लकार प्रक्रिया के द्वारा धातु से क्रियापद बनाया जाता है। यूँ तो लकार दस प्रकार के होते हैं – लट् लिट् लुट् लृट् लेट् लोट् लङ् लिङ् लुङ् लृङ् तथापि सामान्य भाषा में तथा शालेय परीक्षा हेतु पांच लकार पर्याप्त  होते हैं – लट् – वर्तमान काल । बालकः पठति। बालक पढता है। लङ् – … Read more

लता तथा रमा शब्द के रूप। आकारान्त स्त्रीलिंग

अकारान्त पुँल्लिंग शब्दों के रूपों के उदाहरण हेतु यहाँ – लता इस शब्द के रूप दिए जा रहै हैं। इसी तरह से देव शब्द को देख कर सीता, गीता, बालिका आदि शब्दों के रूप भी बानाए जा सकते हैं।  लता शब्द के रूप लता आकारान्त स्त्रीलिंग शब्द जिन शब्दों में णत्व हो सकता है ऐसे … Read more

देव और राम शब्द के रूप। अकारान्त पुँल्लिङ्ग शब्द

अकारान्त पुँल्लिंग शब्दों के रूपों के उदाहरण हेतु यहाँ – देव इस शब्द के रूप दिए जा रहै हैं। इसी तरह से देव शब्द को देख कर बालक, नायक,  विवेक आदि शब्दों के रूप भी बानाए जा सकते हैं।  देव शब्द के रूप विशेष ध्यान दीजिए जिन शब्दों में णत्वविधान कार्य करता है उन शब्दों … Read more

अंग्रेजी, उर्दू और चीनी लिपि की तुलना में देवनागरी

देवनागरी लिपि देवनागरी लिपि का प्रयोग संस्कृत, हिन्दी, मराठी, नेपाली इत्यादि भाषाओं को लिखने के लिए किया जाता है। अर्थात् अब आप यह लेख जो पढ़ रहे हैं उस की भाषा तो हिन्दी है, परन्तु इस कि लिपि देवनागरी है। तथा गुजराती, बंगाली, पंजाबी लिपियाँ देवनागरी से मिलती जुलती हैं। और दक्षिणी लिपियों में भी … Read more

इदम् शब्द के रूप

एतद् और इदम् एतद् और इदम् ये दोनों भी समानार्थी शब्द हैं। हालांकि इन में सूक्ष अन्तर है भी। परन्तु वह ज्यादा महत्त्वपूर्ण नहीं है। एतद् शब्द के रूप पढने के लिए इस कड़ी से जाएं। पुँल्लिङ्ग में हिन्दी अर्थ तद् – पुँल्लिङ्गरूपाणि एकवचनम् द्विवचनम् बहुवचनम् प्रथमा अयम् यह इमौ ये दोनों इमे ये सब … Read more