पदच्छेदः
- मः – म् + अः६ (म् का)
- अनुस्वारः – अनुस्वार होता है।
- म् का अनुस्वार होता है।
अनुवृत्तिः
- हलि (हलि सर्वेषाम्)
- हलि – हल् + इ(७) (हल् में)
अधिकारः
- पदस्य
- पद का
पद किसे कहते हैं?
- सुप्तिङन्तं पदम्।
- सुप् – विभक्ति
- तिङ् – लकार
- अन्तं – आखिरी जगह
- पद – पद कहते हैं।
जिस शब्द को विभक्ति अथवा लकार होता है वह पद कहलता है।
सम्पूर्ण सूत्र
(पदस्य) मः अनुस्वारः (हलि)
पदान्त म् का अनुस्वार होता है हल् परे रहने पर
उदाहरण
रामम् + नमामि।
- म् + न् …. मोऽनुस्वारः
- न् – हल्
- ॱ + न्
- रामम् + नमामि।
- रामं नमामि।
हरिम् + वन्दे।
- हरिम् + वन्दे …. मोऽनुस्वारः
- हरिं + वन्दे।
- हरिं वन्दे।