चेत् को उभयान्वयी अव्यय (Conjuction)माना जाता है।
अर्थ
अर्थात् ये चेत् दो वाक्यों को जोड़ सकता है। इसका प्रयोग यदि-तर्हि (if…..then…..) के जैसा होता है। जैसे कि –
मेघाः आगच्छन्ति चेत् वर्षा भविष्यति।
– अगर बादल आते हैं, तो बारिश होंगी।
ध्यान रखिए –
चेत् के साथ यदि का प्रयोग नहीं करना चाहिए। जैसे कि –
– यदि मेघाः आगच्छन्ति चेत् वर्षा भविष्यति।
यह वाक्य गलत है। चेत् अकेला ही होता है।
– मेघाः आगच्छन्ति चेत् वर्षा भविष्यति।
उदाहरण
जलम् अस्ति चेत् जीवनम् अस्ति।
– यदि पानी है, तो जीवन है।
परिश्रमिणः मनुष्याः सन्ति चेत् प्रगतिः भवति।
– अगर मेहनती मनुष्य हैं, तो तरक्की होती है।
शिक्षकः अस्ति चेत् छात्रः उत्तमं पठति।
– अगर शिक्षक है, तो छात्र अच्छा पढ़ते हैं।
चेत् का विकल्प
आप को चेत् का प्रयोग नहीं करना है, तो एक विकल्प भी है। और वह है –
उभयान्वयी अव्यय
चेत् उभयान्वयी अव्यय हैं। उभयान्वययी अव्ययों के बारे में जानने के लिए यहाँ क्लिक कीजिए –
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