माला शब्द रूप

माला शब्द रूप – संस्कृत

माला यह एक आकारान्त स्त्रीलिंग शब्द है।

आकारान्त शब्द किसे कहते हैं?

जिन शब्दों के अन्त में – यह ध्वनि सुनाई देती है वे शब्द आकारान्त शब्द होते हैं। जैसे कि माला, लता, कन्या, सीता, रमा, छात्रा इत्यादि। इन शब्दों के अन्त में आ यह स्वह है।

इस लेख में हम आकारान्त पुँल्लिङ्ग शब्दों में से उदाहरण के लिए माला शब्द के रूप दे रहे हैं। इसीप्रकार से अन्य आकारान्त स्त्रीलिंग शब्दों के भी रूप आप आसानी से बना सकते हैं।

माला शब्द के रूप। आकारान्त स्त्रीलिंग शब्द

एक॰द्वि॰बहु॰
प्रथमामालामालेमालाः
द्वितीयामालाम्मालेमालाः
तृतीयामालयामालाभ्याम्मालाभिः
चतुर्थीमालायैमालाभ्याम्मालाभ्यः
पञ्चमीमालायाःमालाभ्याम्मालाभ्यः
षष्ठीमालायाःमालयोःमालानाम्
सप्तमीमालायाम्मालयोःमालासु
सम्बोधनम्मालेमालेमालाः
माला शब्द रूप। संस्कृत

सामान्यतः इस प्रकार से आकारान्त स्त्रीलिंग शब्दों के रूप बनते हैं। परन्तु कुछ कुछ शब्दों में णत्वविधान लागू होता है। जैसे कि – रमा। ऐसे शब्दों के रूपों का अभ्यास करने के लिए इस कड़ी – शब्दरूपों में णत्व पर क्लिक कीजिए।

आकारान्त स्त्रीलिंग शब्द माला के रूपों का वाक्यों में प्रयोग

प्रथमा

  1. माला अभ्यासं करोति।
    माला अभ्यास करता है।
  2. माले अभ्यासं कुरुतः।
    दो मालाएं अभ्यास करती हैं।
  3. मालाः अभ्यासं कुर्वन्ति।
    बहुत सारी मालाएं अभ्यास करती हैं।

द्वितीया

  1. शिक्षकः मालां पाठयति।
    शिक्षक माला को पढ़ाता है।
  2. शिक्षकः माले पाठयति।
    शिक्षक (दो) मालाओं को पढ़ाता है।
  3. शिक्षकः मालाः पाठयति।
    शिक्षक मालाओं को पढ़ाता है।

तृतीया

  1. मालया अभ्यासः क्रियते।
    माला के द्वारा अभ्यास किया जाता है।
  2. मालाभ्यां अभ्यासः क्रियते।
    (दो) मालाओं के द्वारा अभ्यास किया जाता है।
  3. मालाभिः अभ्यासः क्रियते।
    मालाओं के द्वारा अभ्यास किया जाता है।

चतुर्थी

  1. शिक्षकः मालायै पुस्तकं ददाति।
    शिक्षक माला को पुस्तक देता है।
  2. शिक्षकः मालाभ्यां पुस्तकं ददाति।
    शिक्षक दो मालाओं को पुस्तक देता है।
  3. शिक्षकः मालाभ्यः पुस्तकं ददाति।
    शिक्षक बहुत सारी मालाओं को पुस्तक देता है।

पञ्चमी

  1. शिक्षकः मालायाः पुस्तकं गृह्णाति।
    शिक्षक माला से पुस्तक लेता है।
  2. शिक्षकः मालाभ्यां पुस्तकं गृह्णाति।
    शिक्षक दो मालाओं से पुस्तक लेता है।
  3. शिक्षकः मालाभ्यः पुस्तकं गृह्णाति।
    शिक्षक बहुत सारी मालाओं से पुस्तक लेता है।

षष्ठी

  1. एतत् मालायाः गृहम् अस्ति।
    यह माला का घर है।
  2. एतत् मालयोः गृहम् अस्ति।
    यह दो मालाओं का घर है।
  3. एतत् मालानां गृहम् अस्ति।
    यह बहुत सारी मालाओं का घर है।

सप्तमी

  1. शिक्षकः मालायां विश्वसिति।
    शिक्षक माला पर विश्वास करता है।
  2. शिक्षकः मालयोः विश्वसिति।
    शिक्षक दोनों मालाओं पर विश्वास करता है।
  3. शिक्षकः मालासु विश्वसिति।
    शिक्षक सभी मालाओं पर विश्वास करता है।

संबोधनम्

  1. माले! अभ्यासं कुरु।
    माले! अभ्यास कर।
  2. माले! अभ्यासं कुरुतम्।
    दोनों मालाओं! अभ्यास करो।
  3. मालाः! अभ्यासं कुरुत।
    मालाओं! अभ्यास करो।

उहसंहार

इस प्रकार से हमने माला के माध्यम से आकारान्त स्त्रीलिंग शब्दों के रूपों को समझाने की चेष्टा की है। माला को आधार मानकर आप माला, लता, माला, माला, सीता इ॰ शब्दों का संस्कृत वाक्यों में प्रयोग कीजिए और नवनवीन वाक्य बनाईए।

Mala shabda roop, Akarant striling shabda, Mala shabda rup, Akarant streeling shabda,

Leave a Comment