विना शब्द उपपद विभक्ति

विना शब्द का अर्थ …. के बगैर …. के बिना …. के अलावा विना शब्द की उपपद विभक्ति सामान्यतः विना शब्द के साथ हिन्दी में षष्ठी का प्रयोग हो सकता है। परन्तु विना शब्द के लिए तीन उपपद विभक्तियों का प्रयोग किया जा सकता है – द्वितीया विभक्ति तृतीया विभक्ति पंचमी विभक्ति इन तीनों में … Read more

उभयतः शब्द उपपद विभक्ति

उभयतः शब्द का अर्थ उभयतः इस संस्कृत शब्द का अर्थ – दोनों तरफ से दोनों ओर से दुतरफा उभयतः शब्दस्य उपपद विभक्तिः उभयतः इस शब्द की उपपद विभक्ति द्वितीया है। उभयतः शब्द के साथ द्वितीया विभक्ति के उदाहरण रास्ते के दोनों तरफ पेड़ हैं। ….. इस वाक्य का संस्कृत अनुवाद करना है। मार्गस्य उभयतः वृक्षाः … Read more

अजादि गण ४५

पाणिनीय व्याकरण के पाँच भाग हैं। – १. सूत्रपाठ (अष्टाध्यायी) २. धातुपाठ ३. फिटसूत्र ४. उणादिसूत्र और ५. गणपाठ। गणपाठ पाणिनि जी ने गणपाठ में समान लक्षणों वाले शब्दों को एकत्रित कर के उन के गण (Group) किए हैं। इन में से एक गण है – अजादि गण अजादि गण पाणिनीय सूत्रपाठ (यानी अष्टाध्यायी) में अजादि गण … Read more

क्तवतु प्रत्यय

क्त (kta) और क्तवतु (ktawatu) ये दोनों भी प्रत्यय भूतकालवाचक हैं। परन्तु इन दोनों में अन्तर है। क्त प्रत्यय भाव और कर्म इस अर्थ में (यानी कर्मवाच्य / कर्मणि प्रयोग) होता है। तथा क्तवतु कर्ता इस अर्थ में होता है। इसीलिए क्तवतु प्रत्यय का प्रयोग हमेश कर्तृवाच्य (कर्तरि प्रयोग) में होता है। वैसे क्तवतु प्रत्यय … Read more

उपपद विभक्ति क्या है?

द्वितीया परितः परितः का अर्थ इर्द-गिर्द, चारों ओर Around उदाहरण पृथ्वी सूर्य के इर्द-गिर्द घूमती है। पृथ्वी सूर्यस्य परितः भ्रमति। सूर्यम् पृथ्वी सूर्यं परितः भ्रमति।

यवादि गण २५२

पाणिनीय व्याकरण के पाँच भाग हैं। – १. सूत्रपाठ (अष्टाध्यायी) २. धातुपाठ ३. फिटसूत्र ४. उणादिसूत्र और ५. गणपाठ। गणपाठ पाणिनि जी ने गणपाठ में समान लक्षणों वाले शब्दों को एकत्रित कर के उन के गण (Group) किए हैं। इन में से एक गण है – यवादि गण यवादि गण पाणिनीय सूत्रपाठ (यानी अष्टाध्यायी में … Read more

मतुप् प्रत्यय

मान् वान् और वती ये प्रत्ययरूप हिन्दी, मराठी, बंगाली आदि भाषाओं सो सामान्य रूप से पाए जाते हैं। ये मतुप् इस संस्कृत प्रत्यय के रूप हैं।

एतत् शब्द रूप

विभक्ति प्रथमा एषः – एतौ – एते यह बालक है। This is a boy. एषः बालकः अस्ति। ये दोनों बालक हैं। These both are boys. एतौ बालकौ स्तः। ये सब बालक हैं। These all are boys. एते बालकाः सन्ति। द्वितीया एतम् – एतौ – एतान् मैं इस बालक को पढ़ाता हूँ। I teach this boy. … Read more

कारक अर्थ

विभक्तिः कारकार्थः आङ्लार्थः हिन्दी प्रत्ययः आङ्ग्लोपसर्गः उदाहरणम् प्रथमा कर्ता Subject  – –  बालकः द्वितीया कर्म Object को To बालकम् – बालक को तृतीया करण इन्स्ट्रुमेंट से / के द्वारा बाय बालकेन – बालक के द्वारा चतुर्थी सम्प्रदान रिसीव्हर को / के लिए फॉर / टू बालकाय – बालक के लिए पञ्चमी अपादान सेपरेशन से फ्रॉम … Read more

अनुनासिकत्व सन्धि

इस सन्धि में वर्गीय प्रथम वर्ण के स्थान पर उस ही वर्ग का पंचम वर्ण आदेश हो जाता है। और सारे वर्गीय पंचम वर्ण अनुनासिक होते हैं, अतः इस सन्धि को अनुनासिकत्व सन्धि भी कहते हैं।