विसर्ग का श् ष् स् । सत्वसन्धि। विसर्गस्य स्थाने श् ष् स्।

विसर्गस्थाने श्/ष्/स् यह विसर्ग संधि है। इस संधि में भले ही विसर्ग के स्थान पर श्, ष् अथवा स्  ऐसे आदेश होते हैं।  तथापि बहुत बार इस संधि को सत्व संधि कहा जाता है। सत्व सन्धि के अभ्यास में हमें कुल चार सूत्र पढने हैं।  इन चारों सूत्रों को याद करने से काम बन जाएगा। … Read more

विसर्ग का लोप कैसे होता है? विसर्गलोप सन्धि

विसर्ग का लोप कैसे होता है?   प्रस्तावना   विसर्ग का लोप समझने से पहले हमें लोप किसे कहते हैं यह समझना जरूरी है।  लोप की व्याख्या अष्टाध्यायी में दी गई है – अदर्शनं लोपः।१।१।६०॥  यह सूत्र कहता है कि  और दर्शन यानी लोप है।  और दर्शन यानी न दिखना।  गायब हो जाना। इसे ही … Read more

एतद् शब्द के रूप

तद् और एतद् तद् और एतद् ये दोनों भी सर्वनाम शब्द हैं। तद् शब्द के रूपों का प्रयोग दूर की वस्तुओं का निर्देश करने के लिए किया जाता है। तथा एतद् शब्द के रूपों का प्रयोग नजदीकी वस्तुओं का प्रयोग करने के लिए किया जाता है। तद् शब्द के रूप पढने के लिए इस कड़ी … Read more

किम् शब्द के पुँल्लिंग रूप

किम् शब्द के पुँल्लिंग रूप १. किम् – पुँल्लिङ्गरूपाणि एकवचनम् द्विवचनम् बहुवचनम् प्रथमा कः कौ के द्वितीया कम् कौ कान् तृतीया केन काभ्याम् कैः चतुर्थी कस्मै काभ्याम् केभ्यः पञ्चमी कस्मात् काभ्याम् केभ्यः षष्ठी कस्य कयोः केषाम् सप्तमी कस्मिन् कयोः केषु उदाहरण वाक्यों में प्रयोग 1.       प्रथमा 1.1.    कः छात्रः अस्ति? ·              कौन छात्र है? 1.2.    … Read more

तद् शब्द के रूप

तद् यह शब्द एक सर्वनाम (Pronoun) है। जो कि किसी नाम की पुनरावृत्ति को टालने के लिए प्रयुक्त किया जाता है। तद् शब्द के तीनों लिंगो में वचन और विभक्ति के अनुसार अलग अलग रूप होते हैं।तद् शब्द के रूप सामान्यतः अकारान्त – आकारान्त नामों जैसे ही होते हैं। जैसे – देवम् – तम् देवेन … Read more

अस्मद् शब्द के रूप

अस्मद्   एकवचनम् द्विवचनम् बहुवचनम् प्रथमा अहम् आवाम् वयम् द्वितीया माम् / मा आवाम् / नौ अस्मान् / नः तृतीया मया आवाभ्याम् अस्माभिः चतुर्थी मह्यम् / मे आवाभ्याम् / नौ अस्मभ्यम् / नः पञ्चमी मत् आवाभ्याम् अस्मत् षष्ठी मम / मे आवयोः / नौ अस्माकम् / नः सप्तमी मयि आवयोः अस्मासु         … Read more

सन्धिप्रकरणम् कक्षा दशमी (२०१९ – २०) CBSE

यहां कक्षा दशमी संस्कृत विषय के २०१९-२० इस शैक्षिक वर्ष के लिए निर्धारित सभी सन्धियोंं के सूत्र तथा उदाहरण एकत्रित किए गए हैं। सभी सूत्रों को एक नजर में समझने के लिए यह बहुत उपयोगी है। कक्षा दशमी के लिए निर्धारित सन्धि – १. व्यञ्जनसन्धयः i. तुगागमः ii. मोऽनुस्वारः iii. जश्त्वम् iv. अनुनासिकत्वम् २. विसर्गसन्धयः … Read more

युष्मद् शब्द रूप You in Sanskrit

युष्मद् शब्द के सभी विभक्तियों में रूप – अगर इस तालिका को देखा जाएं तो द्वितीया, चतुर्थी और षष्ठी विभक्ति के रूपों में कुछ वैकल्पिक (optional) रूप भी हो सकते हैं। बहुत जगहों पर त्वाम् के स्थान पर त्वा (ॐ गणानां त्वा गणपतिं हवामहे), तुभ्यम् के स्थान पर ते (नमस्ते = नमः ते) ऐसे उदाहरण … Read more

अव्ययीभाव समास (संस्कृत)

संस्कृत भाषा में च, अपि, इति, अधुना, अत्र, तत्र, उपरि, अधः, प्रति, यथा, तथा। ये ऐसे शब्द हैं जिन्हे अव्यय इस नाम से जाना जाता है। और अव्यय इस शब्द का अर्थ होता है कभी भी ना बदलने वाला। चाहे कोई भी लिंग हो, वचन हो, विभक्ति हो; ये शब्द बिल्कुल भी नहीं बदलते। ठीक … Read more