गुण – संस्कृत व्याकरण में गुणसंज्ञा

गुण संज्ञा का सूत्र पाणिनीय अष्टाध्यायी में बिल्कुल दूसरा ही सूत्र गुण इस संज्ञा की व्याख्या करता है – अदेङ्गुणः। १। १। २॥ इस सूत्र के अनुसार अ, ए और ओ इन तीनों स्वरों को गुण कहते हैं। गुण संज्ञा और गुण सन्धि में अन्तर संज्ञा का अर्थ होता है – नाम। अ, ए और … Read more

संयोग किसे कहते हैं? संस्कृत व्याकरण का संयुक्ताक्षर

What is Samyoga in Sanskrit grammar? संस्कृत व्याकरण की दृष्टि से संयोग यह एक संज्ञा है। जिसे हिन्दी में संयुक्ताक्षर कहते हैं, उसे ही संस्कृत व्याकरण में संयोग इस संज्ञा से जानते हैं। मराठी में इसे जोडाक्षर भी कहते हैं। संयोग का पाणिनीय सूत्र Panini’s sutra of Samyoga हलोऽनन्ततराः संयोगः। १। १। ७॥ इस सूत्र … Read more

संहिता किसे कहते हैं – संस्कृत व्याकरण

संहिता की व्याख्या। परः सन्निकर्षः संहिता 1.4.109. संहिता कहाँ करनी चाहिए? संहिता और संयोग में भेद। संहिता और संधि में भेद

पुरुष – संस्कृत व्याकरण में पुरुष किसे कहते हैं?

उत्तमपुरुष के तीन शब्द – अहम् आवाम् वयम्, मध्यमपुरुष के तीन शब्द – त्वम् युवाम् यूयम्, इन 6 के अलावा बचे हुए सभी शब्द प्रथम पुरुष होते हैं।

अनीयर् प्रत्यय

इन उदाहरणों को पढ़िए – रामेण वनं गमनीयम्। राम ने वन जाना चाहिए। रावणेन सीता चोरणीया। रावण ने सीता को चुराना चाहिए। मारुतिना सीता शोधनीया। हनुमान जी ने सीता को खोजना चाहिए। रामेण रावणः मारणीयः। राम ने रावण को मारना चाहिए। इन वाक्यों में अधोरेखांकित पदों को ध्यान से पढ़िए। इन पदों में अनीयर् इस … Read more

कर्मवाच्य / कर्मणि प्रयोग

कर्मवाच्य कर्मणि प्रयोग Passive voice

कर्तृवाच्य / कर्तरि प्रयोग

जिस संस्कृत वाक्य में क्रिया कर्ता के अनुसार होती है वह कर्तृवाच्य अथवा कर्तरि प्रयोग कहा जाता है।

अभ्यास १ वाच्य परिवर्तन

रावणः सीतां नयति। रावणेन सीता नीयते। आञ्जनेयः रामं नमति। आञ्जनेयेन रामः नम्यते। बालकः रोटिकां खादति। बालकेन रोटिका खाद्यते। शिष्यः श्लोकं लिखति। शिष्येण श्लोकः लिख्यते। आचार्यः श्लोकं पाठयति। आचार्येण श्लोकः पाठ्यते। आचार्यः संस्कृतं पाठयति। आचार्येण संस्कृतं पाठ्यते। गणेशः वस्त्रं प्रक्षालयति। गणेशेन वस्त्रं प्रक्षाल्यते। छात्रः विद्यालयं गच्छति। छात्रेण विद्यालयः गम्यते। भक्तः देवस्य मूर्तिं पश्यति। भक्तेन देवस्य मूर्तिः … Read more

संस्कृत प्रश्ननिर्माण २

विशेषण के लिए कीदृश शब्द की मदद से प्रश्ननिर्माण करना

संस्कृत प्रश्ननिर्माण १

हमें अपेक्षित उत्तर के लिंग, विभक्ति और वचन के अनुसार किम् शब्द लिखना है। ना कि उसके दृश्य के अनुसार। इस सूत्र को यदि आप ने आत्मसात करें।